“दर बालाजी के अर्जी लगाले, आज श्रद्धा से तू बाबा को मना ले” भजन भक्तों को बालाजी महाराज की शरण में जाने और सच्चे मन से उनकी आराधना करने के लिए प्रेरित करता है। यह भजन हमें विश्वास दिलाता है कि जब हम श्रद्धा और समर्पण के साथ बालाजी के दरबार में अपनी अर्जी लगाते हैं, तो वे हमारी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। उनकी कृपा से जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
Dar Balaji Ke Arji Lagale Aaj Shraddha Se Tu Baba Ko Manale
दर बालाजी के अर्जी लगाले,
आज श्रद्धा से तू बाबा को मनाले,
की दुःख तेरा भाग जाएगा,
की दुःख तेरा भाग जाएगा,
सच्चा है दरबार मेरे बालाजी का,
मिलता है प्यार यहाँ बालाजी का।।
संकट तेरे साथ है जो,
मार बड़ी खाएगा,
बालाजी के सोटे वो,
बच नहीं पाएगा,
अपने सारे इन तू कष्टों को मिटा ले,
आज श्रद्धा से तू बाबा को मनाले,
ये दुःख तेरा भाग जाएगा,
ये दुःख तेरा भाग जाएगा,
सच्चा है दरबार मेरे बालाजी का,
मिलता है प्यार यहाँ बालाजी का।।
प्रेतराज भैरव बाबा, करते नहीं देर है,
पल में ही सुन लेते, भक्तो की टेर है,
जादू होते यहाँ बड़े ही निराले,
आज श्रद्धा से तू बाबा को मनाले,
ये दुःख तेरा भाग जाएगा,
ये दुःख तेरा भाग जाएगा,
सच्चा है दरबार मेरे बालाजी का,
मिलता है प्यार यहाँ बालाजी का।।
आरती का छींटा ले ले, बड़ा गुणवान है,
सारे ही रोगों का ये, छींटा तो निदान है,
छींटा ले ले तू फंद कटा ले,
आज श्रद्धा से तू बाबा को मनाले,
ये दुःख तेरा भाग जाएगा,
ये दुःख तेरा भाग जाएगा,
सच्चा है दरबार मेरे बालाजी का,
मिलता है प्यार यहाँ बालाजी का।।
बालाजी के चरणों से, आशा तू भी जोड़ ले,
बालाजी की भक्ति का, चोला तू भी ओढ़ ले,
‘पप्पू’ बालाजी को ह्रदय में बसा ले,
आज श्रद्धा से तू बाबा को मनाले,
ये दुःख तेरा भाग जाएगा,
ये दुःख तेरा भाग जाएगा,
सच्चा है दरबार मेरे बालाजी का,
मिलता है प्यार यहाँ बालाजी का।।
दर बालाजी के अर्जी लगाले,
आज श्रद्धा से तू बाबा को मनाले,
की दुःख तेरा भाग जाएगा,
की दुःख तेरा भाग जाएगा,
सच्चा है दरबार मेरे बालाजी का,
मिलता है प्यार यहाँ बालाजी का।।
बालाजी महाराज के दरबार में सच्चे मन से की गई अर्जी कभी व्यर्थ नहीं जाती। यह भजन हमें सिखाता है कि जब हम सच्चे मन, श्रद्धा और प्रेम के साथ बालाजी को मनाने का प्रयास करते हैं, तो वे हमें निराश नहीं करते। उनकी कृपा से हर संकट टल जाता है और जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है।
I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile