बालाजी मुझे अपने दर पे बुलाना एक अद्भुत भजन है, जिसमें भक्त अपने दिल से भगवान से विनती करते हैं कि वे उन्हें अपने दर पर बुलाकर, अपने आशीर्वाद से जीवन की सारी कठिनाइयों से मुक्त करें। यह भजन भक्ति और समर्पण का प्रतीक है, जो सुनने वाले हर भक्त को भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास को और भी मजबूत करता है।
Balaji Mujhe Apne Dar Pe Bulana Bhajan Lyrics
बालाजी मुझे अपने, दर पे बुलाना,
दर्शन से नैनो की, प्यास बुझाना,
बालाजी मुझे अपना, दर्शन दिखाना,
बालाजी मुझें अपने, दर पे बुलाना।1।
ह्रदय में तेरे सियाराम बसे है,
राम सिया का तू है दीवाना,
चरणों में तेरे बाला, मेरा है ठिकाना,
बालाजी मुझें अपने, दर पे बुलाना।2।
स्वर्ग से सुन्दर धाम है तेरा,
रामसिया की सेवा काम है तेरा,
राम का तू और तेरा, जग है दीवाना,
बालाजी मुझें अपने, दर पे बुलाना।3।
बालाजी मुझे अपने, दर पे बुलाना,
दर्शन से नैनो की, प्यास बुझाना,
बालाजी मुझे अपना, दर्शन दिखाना,
बालाजी मुझें अपने, दर पे बुलाना।4।
इस भजन के माध्यम से हम यह समझ पाते हैं कि भगवान की कृपा से जीवन में कोई भी संकट स्थायी नहीं होता। जब हम सच्चे दिल से प्रभु की शरण में आते हैं, तो वह हमें अपनी असीम आशीर्वाद से संजीवनी शक्ति प्रदान करते हैं। बालाजी के दर पर हर भक्त को शांति, सुख, और सफलता प्राप्त होती है।
I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile