मुझको तो माता सीता मेरा राम चाहिए लिरिक्स

मुझको तो माता सीता मेरा राम चाहिए भजन प्रेम, भक्ति और समर्पण का संदेश देता है। यह भजन दर्शाता है कि एक सच्चे भक्त के लिए सांसारिक सुख-सुविधाओं का कोई महत्व नहीं, उसे केवल भगवान श्रीराम और माता सीता की कृपा चाहिए। यह भजन हमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है और उनकी दिव्य लीलाओं का स्मरण कराता है।

Mujhko To Mata Sita Mera Ram Chahiye Lyrics

मोती की नहीं माला, इनाम चाहिए,
मुझको तो माता सीता, मेरा राम चाहिए,
मेरा राम चाहिए, मेरा भगवान चाहिए।।

माला में सीता माता, मेरा राम नहीं है,
इस वास्ते माला से, मुझे काम नहीं है,
श्री राम के चरणों में, विश्राम चाहिए,
मुझको तो मेरी माता, मेरा राम चाहिए,
मेरा राम चाहिए, मेरा भगवान चाहिए।।

हूँ राम का मैं भक्त, हनुमान नाम है,
हर वक्त मुख पे मेरे, श्री राम नाम है,
सीने में सदा राम का, मुझे धाम चाहिए,
मुझको तो मेरी माता, मेरा राम चाहिए,
मेरा राम चाहिए, मेरा भगवान चाहिए।।

मोती की नहीं माला, इनाम चाहिए,
मुझको तो माता सीता, मेरा राम चाहिए,
मेरा राम चाहिए, मेरा भगवान चाहिए।।

यदि जीवन में शांति, प्रेम और सच्चा आनंद चाहिए, तो भगवान श्रीराम और माता सीता की भक्ति करें। उनकी कृपा से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और सच्ची आत्मिक शांति प्राप्त होती है। जय श्रीराम! ????????

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