हमारे हिंदू धर्म में, शनि देव की कृपा प्राप्त करने और उनके अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए कई मंत्र है, जिनमें शनि गायत्री मंत्र सबसे प्रभावशाली माना जाता है। Shani Gayatri Mantra विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होता है जो साढ़ेसाती, ढैय्या के प्रभाव से गुजर रहे होते हैं। अगर आप भी शनि देव की कृपा प्राप्त कर अपने जीवन की परेशानियों को कम करना चाहते हैं, तो यहां नीचे दिए Shani Gayatri Mantra In Hindi का नियमित जाप अवश्य करे-
Shani Gayatri Mantra
ॐ काकध्वजाय विद्महे खड्गहस्ताय विद्महे,
मंदः प्रचोदयाय॥
ॐ भगभवाय विद्महे मृत्युरूपाय धीमहि,
तन्नो गणेशाय॥
इस मंत्र का नियमित जाप करने से शनि देव के कोप से बचा जा सकता है और जीवन में स्थिरता, सफलता और शांति प्राप्त की जा सकती है। हिंदू ज्योतिष के अनुसार, इस मंत्र का जाप विशेष रूप से शनिवार के दिन करने से अधिक लाभ मिलता है। अगर आप शनि देव की संपूर्ण कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो शनि स्तोत्र और शनि चालीसा का भी नियमित पाठ करें। साथ ही, शनि कवच का पाठ करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर हो सकती हैं।
Shani Dev Gayatri Mantra जाप करने की प्रभावशाली विधि
Shani Gayatri Mantra Lyrics न केवल शनि देव की कृपा दिलाता है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और उन्नति भी लाता है। सही विधि से मंत्र जाप करने से बाधाएं दूर होती हैं और भाग्य प्रबल होता है। आइए जानते हैं इस मंत्र को जाप करने की सरल और प्रभावी विधि।
- स्नान व शुद्धि – सुबह स्नान करके साफ कपड़ें धारण करें और साथ ही जिस स्थान पर जाप करना जो उस स्थान को भी अच्छे से साफ कर लें।
- आसन – मंत्र जाप के लिए काले या लाल आसन पर उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- दीप प्रज्वलित – अब शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनिदेव का ध्यान करें।
- मंत्र जाप संकल्प – मन में शुद्ध भाव रखते हुए 108 बार या 11 माला जाप करने का संकल्प लें।
- मंत्र उच्चारण – शांत मन से ऊपर दिए गए शनि गायत्री मंत्र का जाप करें। जाप के दौरान अपने मन को शांत और केंद्रित रखे।
- माला का उपयोग – रुद्राक्ष या काली हकीक की माला से मंत्र जाप करें।
- प्रसाद व दान – जाप के बाद काले तिल, उड़द दाल, लोहे का दान करें और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।
- शनिवार को विशेष जाप – शनिवार को यह जाप करने से शनि देव शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
Shani Gayatri Mantra का नियमित जाप करने से जीवन में शांति, स्थिरता और सफलता प्राप्त होती है। यह मंत्र शनि देव की कृपा पाने और उनके कोप से बचने का सर्वोत्तम उपाय है।
FAQ
मंत्र कितनी बार जपना चाहिए?
रोज़ 108 बार या 11 माला (1,188 बार) जपने से शनि देव की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
मंत्र का जाप कब करना चाहिए?
इस मंत्र का जाप शनिवार को सूर्योदय के समय या संध्या काल में करना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
इस मंत्र का जाप करने के लिए कौन-सा माला उपयोग करनी चाहिए?
इस मंत्र का जाप करते समय रुद्राक्ष माला या काली हकीक की माला का उपयोग करना श्रेष्ठ माना जाता है।
यह गायत्री मंत्र कैसे काम करता है?
यह मंत्र शनि देव की कृपा प्राप्त करने, कर्मों के फल में संतुलन लाने और जीवन में स्थिरता व शांति देने में सहायक होता है।
क्या शनि देव गायत्री मंत्र से जीवन में सुख-समृद्धि आती है?
हां, इस मंत्र के प्रभाव से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है, बाधाएं दूर होती हैं और सफलता प्राप्त होती है।
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩